आजकल यह चर्चा जोरों पर है कि पेपर ऑनलाइन होना चाहिए या ऑफलाइन होना चाहिए। आए दिन कुछ लोग ऑफलाइन परीक्षा देने के पक्ष में रहते हैं और कुछ लोग ऑनलाइन परीक्षा लेने के पक्ष में रहते हैं। परीक्षा की दोनों ही विधियां बहुत कारगर है, लेकिन दोनों में ही अपने-अपने नुकसान भी हैं आइए । आज हम इस विषय में गहन जानकारी प्राप्त करें और देखें ऑनलाइन एग्जाम ज्यादा अच्छे हैं या ऑफलाइन एग्जाम ज्यादा अच्छे है।
ऑफ़लाइन परीक्षा क्या है?
इसमें सब्जेक्टिव या बहुविकल्पीय प्रश्नों को पूछा जा सकता है।
अभ्यर्थियों को इस मोड में एक समय में ऑनलाइन परीक्षा के मुकाबले अधिक प्रश्न दिखाई देते हैं, अर्थात उम्मीदवार किसी भी प्रश्न को अपनी सुविधा के अनुसार हल कर सकते हैं।
प्रश्न को हल करने के बाद, उम्मीदवारों को उत्तर पत्र में जवाब देने के लिए गोल काली डॉट को अंकित करना आवश्यक है.
सभी अंकित/ चिह्नित उत्तरों को बदला नहीं जा सकता।
अब, एक सीधा सवाल उठता है कि ऑनलाइन व ऑफलाइन परीक्षा में क्या अंतर है. आइये- इन दोनों के बीच अंतर निम्नलिखित तालिका के माध्यम से समझते हैं-
ऑफ़लाइन परीक्षा
1. परीक्षा के आयोजन और परिणामों के उत्पादन में कम संसाधनों की आवश्यकता होती है। जबकि ऑफ़लाइन को परीक्षा के लिए बहुत सारे पेपर की आवश्यकता होती है और कागजात से परिणाम ऑनलाइन बनाने और प्रदर्शित करने में समय और खर्चा भी ज्यादा होता है|
2. संसाधनों के कम इस्तेमाल की वजह से यह कम महंगा है। यह ऑनलाइन परीक्षा से बहुत महंगा है
3. इसमें ओएमआर शीट भरने में समय शामिल नहीं है और गलत जवाब किसी भी समय बदला जा सकता है। जबकि इसमें ओएमआर शीट शामिल है जिसमें सभी उत्तर दर्ज किए जाते हैं और गलत उत्तर बदलने के लिए कोई गुंजाइश नहीं होती है।
4. बिजली की कमी, इंटरनेट कनेक्टिविटी के मुद्दों और हार्डवेयर समस्याओं जैसे तकनीकी अवरोधों की संभावनाएं बनी रहती हैंI जबकि ऑफ़लाइन परीक्षा में ऐसा कोई अवरोध नहीं होता है
5. ऑनलाइन परीक्षा के पूर्व अनुभव का अभाव होने के कारण उम्मीदवार खुद को असहज महसूस करते हैं। ऑफ़लाइन परीक्षा में उपस्थित होना और उत्तीर्ण होने दोनों ही ऑनलाइन परीक्षा के मुकाबले अधिक सहज है।
6. प्रश्नों को आगे समीक्षा के लिए चिह्नित किया जा सकता है, ताकि उम्मीदवार प्रश्नों पर पुन: विचार कर सकें, जब भी वह करना चाहे। प्रश्न को चिह्नित करने के बाद ऑफलाइन में संभव नहीं है क्योंकि आप इसकी समीक्षा कर सकते हैं लेकिन इसे बदल नहीं सकते हैं।
आज विज्ञान इतनी उन्नति कर चुका है कि इस युग को ही विज्ञान युग कहा जा सकता है। विज्ञान की वजह से मनव का जीवन सुख-सुविधाओ से युक्त है। विज्ञान के कारण चिकित्सा, उद्योग, व्यापार के क्षेत्रों मे अभूतपूर्व उन्नति हुई है। उसी प्रकार से शिक्षा के क्षेत्र मे विज्ञान की वजह से प्रगति हुई है।
ऑनलाइन परीक्षा के बहुत सारे फायदे
ऑनलाइन परीक्षा भी विज्ञान की ही देन है। ऑनलाइन परीक्षा के बहुत सारे फायदे है। उन मे से कुछ नीचे सुची मे दिये गये है।
1. सुरक्षा:
ऑनलाइन परीक्षा की प्रक्रिय बहुत सुरक्षित है। एक बार सारे प्रश्न अपलोड करने के बाद, सॉफ्टवेयर उन प्रशन फेर-बदल कर के छात्रो को दिये जाते है। इस लिये शिक्षको को पेपर लीक जैसी समस्याओं का सामना नही करना पड़ता।
यह प्रकरिया छत्रो को नकल करने से रोकने मे भी सक्षम है। यदि कोइ छात्र नकल करने की कोशिश करेगा तो कॅमप्यूटर द्वारा उसे चेतावनी दी जाएगी। तीन चेतवनियो के बाद छात्र की परीक्षा समाप्त कर दी जाएगी।
2. त्वरित परिणाम प्रसंस्करण:
एक ऑनलाइन परीक्षा में, अंकों की गिनती तुरंत और सटीक रूप से की जाती है। यह पारंपरिक परिक्षाओं मे संभव नहीं है।
इस की वजह से पारंपरिक परिक्षाओं के परिणाम उतपन्न करने मे बहुत समय लगता है। ऑनलाइन परीक्षा का इस्तेमल कर के आप अपनी परिक्षा के परिणाम जल्द पा कर बहुत सारा समय बचा पाएगे।
3. कम लागत:
आज भी महाविद्यालयों और पाठशालाओं मे परीक्षाओं की लागत बहुत होती है। प्रश्न और उत्तर प्रत्रिकाएं छापने से लेकर परिवहन लागत तक, परिवहन लागत तक एक परीक्षा आयोजित करने के लिए महाविद्यालयऑनलाइन परीक्षा के बहुत सारे फायद ऑनलाइन परीक्षा की वजह से अतिरिक्त खर्चों में कटौती होती है। परिक्षा का संचालन पूर्ण रूप से टेकनोलॉजी द्वारा किया जाता है। जब आप विभिन्न स्थानों पर कई उम्मीदवारों के लिए परीक्षा आयोजित करना चाहते हैं तब यह खर्चें कम करने के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
4. प्रश्नपत्र बनाना:
ऑनलाइन परीक्षा मे प्रश्नपत्र बनाना बहुत आसान है। पारंपरिक परिक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र बनाना कठिन कार्य है। शिक्षकों को खुद प्रश्न चुनकर, उसे प्रश्नपत्र के रूप में ढालना पड़ता है। इस कार्य मे बहुत समय लगता है और गलतियों की संभावना भी होती है। ऑनलाइन परीक्षा मे आप सभी तरह के प्रश्न अपलोड कर सकते है। इस प्रक्रिया से पेपर के लीक होने की संभावना भी बहुत कम हो जाती है।
5. प्रवेश से जुड़े विश्लेषण:
परिक्षा के बाद उसका विश्लेषण भी यह टेक्नोलॉजी द्वारा संभव है। आप व्यक्तिगत प्रदर्शन और पूरे समूह के प्रदर्शन का विश्लेषण कर सकते है। इसके अलावा आप क्षेत्र के आधार पर भी डेटा का विश्लेषण कर सकते। यह विश्लेषण आपको एक बेहतर निर्णय लेने मे मदद करेंगे।
6. आसान संचार:
ऑनलाइन परीक्षाकी प्रक्रिया से विद्यार्थियों के साथ संपर्क मे रेहना बहुत आसान हो जाता। फॉर्म भरते समय छात्रों से उनका कॉन्टेक्ट नं. और ई-मेल लिया जाता है। सारी ऍडमीशन / Exam से संबंधित जानकारी इन्ही दो तरह से विद्यार्थियों को दी जाती है। उन्हे एसएमएस और ई-मेल द्वारा सुचित किया जाता है। ऑनलाइन परीक्षा के साथ ऑनलाइन प्रॉक्टरिंग की भी सुविधा परीक्षा की पूरी प्रक्रिया को और आसान और सरल बना रही है।
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